क्रिकेट भारत में एक धर्म के समान माना जाता है। यह सिर्फ एक खेल नहीं, बल्कि लोगों की भावनाओं से जुड़ा हुआ है। बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक हर कोई क्रिकेट का दीवाना है। जब भारत कोई बड़ा मैच खेलता है, तो सड़कों पर सन्नाटा छा जाता है।
भारत में क्रिकेट की शुरुआत ब्रिटिश काल में हुई थी। धीरे-धीरे इस खेल ने भारतीयों के दिलों में जगह बना ली। 1983 में भारत ने जब पहली बार विश्व कप जीता, तब से क्रिकेट का जादू और भी बढ़ गया। इसके बाद 2007 में टी20 विश्व कप और 2011 में एकदिवसीय विश्व कप जीतने से क्रिकेट का पागलपन चरम पर पहुंच गया।
क्रिकेट खिलाड़ियों को भारत में भगवान जैसा दर्जा दिया जाता है। सचिन तेंदुलकर, एम. एस. धोनी, विराट कोहली जैसे खिलाड़ियों की लोकप्रियता फिल्मी सितारों से भी अधिक है। इनकी मेहनत और सफलता ने लाखों युवाओं को प्रेरित किया है।
क्रिकेट ने भारत को विश्व स्तर पर एक नई पहचान दी है। यह खेल न केवल मनोरंजन का साधन है, बल्कि देश की एकता और गौरव का प्रतीक भी बन चुका है।